महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की एक इकाई संचालित है । इसमें प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में 100 विद्यार्थियों का स्वयंसेवक के रूप में पंजीयन किया जाता है ।
समाजसेवा के माध्यम से व्यक्त्वि विकास इस योजना का प्रमुख लक्ष्य है । इसमें छात्रों के व्यक्तित्व विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। प्रेरक कक्षाओं के माध्यम से व्यक्तित्व विकास एवं समाज सेवा के कार्यों को संचालित करने का प्रशिक्षण दिया जाता है ।
नियमित गतिविधि के अंतर्गत महाविद्यालय परिसर में साफ-सफाई, वृक्षारोपण, रोपित पौधों का संरक्षण एवं संवर्द्धन, स्वास्थ्य-जागरूकता, रक्तसमूह परीक्षण,सिकल सेल परीक्षण, महत्वपूर्ण दिवस एवं जयंतियों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
प्रतिवर्ष ग्रामीण अंचल के ग्राम में 07 दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया जाता है। इसमें परियोजना कार्य के अंतर्गत सड़क, नाली निर्माण, स्वास्थ्य परीक्षण एवं नि:शुल्क दवाई वितरण, पशु चिकित्सा शिविर बौद्धिक कार्यक्रम के अंतर्गत अतिथि वक्ताओं के द्वारा प्रेरक कक्षाओं का आयोजन किया जाता है ।
इस योजना में सफलता पूर्वक 02 वर्ष कार्य करने पर ''बी'' प्रमाण पत्र एवं तीसरे वर्ष ''परियोजना कार्य'' पूरा करने पर ''सी'' प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है । राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों के संचालन हेतु एक प्राध्यापक को कार्यक्रम अधिकारी नियुक्त किया जाता है।